LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का ₹11,607 करोड़ IPO आज शुरू, लिस्टिंग 14 अक्टूबर को

जब LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया लिमिटेड ने अपना IPO लॉन्च किया, तो पूरी मार्केट में हलचल मच गई। यह ऑफ़र‑फ़र‑सेल (OFS) प्लेन भारतीय निवेशकों को 10.18 करोड़ शेयरों का मौका दे रहा है, जबकि कोरियाई मातृ कंपनी LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंक अपने बैलेंस शीट को न छुएँ। सब्सक्रिप्शन 7 अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक खुला है, और शेयर 14 अक्टूबर को दोनों BSE और NSE पर ट्रेडिंग शुरू करेंगे।
IPO का मुख्य सारांश
इस ऑफ़र में कुल 101,815,860 शेयरों में से 35,561,796 शेयर सार्वजनिक निवेशकों के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। कीमत बैंड ₹1,080‑₹1,140 प्रति शेयर तय किया गया, साथ ही एक लॉट साइज 13 शेयर रखा गया, जिससे न्यूनतम निवेश ₹14,820 (ऊपरी बैंड) होगा। रिटेल निवेशकों को 35% हिस्सेदारी मिलती है, लेकिन उनकी अधिकतम निवेश सीमा ₹2 लाख है, यानी अधिकतम 169 शेयर (₹192,660)। हाई‑नेट‑वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) और संस्थागत निवेशकों को अधिक शेयर मिलने की संभावना है, जबकि LG इंडिया के कर्मचारियों को प्रत्येक शेयर पर अतिरिक्त ₹108 की छूट मिलेगी।
बाजार की प्रतिक्रिया और ग्रे‑मार्केट प्रीमियम
पहली तनख़ा में, ग्रे‑मार्केट प्रीमियम लगभग 24% पर स्थिर रहा, जिससे ऑफ़र शैडो प्राइस लगभग ₹1,410 तक पहुँचा। ऐसा संकेत मिल रहा है कि निवेशक लिस्टिंग पर तेज़ रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि, सब्सक्रिप्शन का कुल रिज़ल्ट 0.61‑गुना लगा – यानी ऑफ़र की मांग अपेक्षा से कम रही, लेकिन रिटेल और HNI वर्ग में हाई एंगेजमेंट देखा गया। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रीमियम का यह स्तर भारतीय उपभोक्ता इलेकट्रॉनिक्स सेक्टर की मजबूती को दर्शाता है।
मुख्य बुक‑रनिंग बैंकों और रजिस्ट्रार की भूमिका
बुक‑रनिंग में शीर्ष निवेश बैंक Citigroup Global Markets India, Morgan Stanley India, JP Morgan India, Axis Capital और BofA Securities India शामिल हैं। ट्रेडिंग, अलॉटमेंट और रिफंड प्रक्रिया KFin Technologies Limited के माध्यम से संभाली जाएगी। यह टीम सब्सक्रिप्शन की समाप्ति (9 अक्टूबर) के बाद 10 अक्टूबर को अलॉटमेंट की अंतिम पुष्टि करेगी और 13 अक्टूबर तक रिफंड एवं शेयर क्रेडिट की प्रक्रिया पूरी कर देगी।

LG का भारतीय बाजार में इतिहास और भविष्य की संभावनाएँ
लगभग तीन दशकों से LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया लिमिटेड भारतीय घरों में अपना ब्रांड स्थापित कर रहा है। आज कंपनी के 1,006 सर्विस सेंटर, 13,368 तकनीशियन और चार कॉल‑सेंटर पूरे देश में एक मजबूत आफ़्टर‑सेल्स नेटवर्क सुनिश्चित करते हैं। भारत के उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स और होम एप्लायंसेज मार्केट का आकार FY2024‑24 में ₹6,87,500 करोड़ था, और 2029 तक यह ₹10,96,500 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। इस बढ़ती माँग को देखते हुए, उद्योग के अनुसार 2024 में कुल 495 मिलियन यूनिट्स बेची गईं, जो 2029 तक 660 मिलियन यूनिट्स तक पहुंचने की अपेक्षा है। विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ती डिस्पोज़ेबल इनकम, शहरीकरण और प्रीमियम ऊर्जा‑अधारित उत्पादों की ओर झुकाव इस वृद्धि में प्रमुख कारक हैं।
निवेशकों के लिए प्रभाव और आगे का सफ़र
यह ऑफ़र निवेशकों को एक स्थापित अंतरराष्ट्रीय ब्रैंड में भागीदारी का मौका देता है, बिना नई इक्विटी जारी किए। रवि शर्मा, एसबीआई सिक्योरिटीज़ के वरिष्ठ विश्लेषक, ने कहा: "LG का भारत में गहरा नेटवर्क और ब्रांड इक्विटी इसे उपभोक्ता डिस्पोजेबल सेक्टर में एक भरोसेमंद खिलाड़ी बनाती है। मूल्य बैंड उचित है, और ग्रे‑मार्केट प्रीमियम सकारात्मक सिग्नल देता है।" यदि आप रिटेल कैटेगरी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो अधिकतम 169 शेयरों की सीमा को ध्यान में रखकर, ₹14,820 के न्यूनतम निवेश को प्राथमिकता दें। संस्थागत निवेशकों को उच्च अलॉटमेंट स्लैब के कारण बड़े पैमाने पर पोज़िशन बनाना फायदेमंद रहेगा।
बाजार की प्रतिक्रिया और आगामी ट्रेडिंग डेटा के आधार पर, उम्मीद है कि 14 अक्टूबर को लिस्टिंग के दिन शेयरों की कीमत बैंड के ऊपर खुलेगी, जिससे शुरुआती निवेशकों को प्राथमिक लाभ मिल सकता है। साथ ही, इस IPO की सफलता दक्षिण कोरिया के अन्य कंपनियों को भी भारतीय कैपिटल मार्केट में प्रवेश करने के लिए प्रोत्साहित कर सकती है।
Frequently Asked Questions
LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का IPO कौन-कौन से निवेशकों के लिए खुला है?
यह ऑफ़र रिटेल निवेशकों (35% हिस्सा), हाई‑नेट‑वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) और संस्थागत निवेशकों के लिए खोल दिया गया है। रिटेल निवेशकों की अधिकतम निवेश सीमा ₹2 लाख है, जबकि HNIs और संस्थानें बड़ी अलॉटमेंट ले सकते हैं।
ऑफ़र का प्राइस बैंड और न्यूनतम निवेश राशि क्या है?
शेयर का प्राइस बैंड ₹1,080‑₹1,140 प्रति शेयर निर्धारित किया गया है। एक लॉट में 13 शेयर होते हैं, इसलिए ऊपरी बैंड पर न्यूनतम निवेश ₹14,820 होगा।
ऑफ़र की ग्रे‑मार्केट प्रीमियम कितना है, और इसका मतलब क्या है?
ग्रे‑मार्केट प्रीमियम लगभग 24% पर स्थिर रहा है, जिससे शेयर का शैडो प्राइस लगभग ₹1,410 तक पहुंचा है। यह संकेत देता है कि निवेशक लिस्टिंग पर तुरंत रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं।
इस IPO का बुक‑रनिंग कौन-कौन से बैंकों ने किया?
बु्क‑रनिंग लीड मैनेजर्स में Citigroup Global Markets India, Morgan Stanley India, JP Morgan India, Axis Capital और BofA Securities India शामिल हैं। ये बैंक्स सब्सक्रिप्शन प्रक्रिया और प्राइसिंग में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।
LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया की लिस्टिंग के बाद बाजार पर क्या असर पड़ेगा?
अगर शेयर प्राइस बैंड से ऊपर ट्रेड करना शुरू करता है, तो यह भारतीय उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स सेगमेंट में भरोसे को बढ़ाएगा और दक्षिण कोरियन कंपनियों के लिए भारत में और अधिक फ़ंड रेज़िंग को प्रोत्साहित करेगा। साथ ही, यह घरेलू निवेशकों को बड़ी, स्थापित अंतरराष्ट्रीय ब्रैंड के हिस्से का अवसर देगा।
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